शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi)
- एक छात्र के जीवन पर उनके शिक्षक का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही शिक्षक देश के भविष्य छात्रों के साथ-साथ राष्ट्र के निर्माण का मार्ग भी तैयार करते हैं। राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के योगदान को स्वीकार करने और उनको सम्मान देने के लिए ही शिक्षक दिवस मनाया जाता है। एक रोचक बात यह है कि गुरु शिष्य परंपरा के लिए विख्यात इस देश में सबसे पहले शिक्षक दिवस वर्ष 1962 में मनाया गया था। साल 1962 में पहले शिक्षक दिवस समारोह के बाद से यह दिन एक राष्ट्रीय परंपरा के रूप में विकसित हो गया। इस दिन कई स्कूलों और संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं और छात्र इसे मनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों में भाग लेते हैं। इन्हीं गतिविधियों में से एक गतिविधि शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi) देना भी शामिल है।
अपने शिक्षकों के प्रति अपने विचारों को शिक्षक दिवस के अवसर पर बोलकर प्रकट करना ही शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi) देना है। पर कुछ छात्र भाषण देने के नाम से ही डर जाते हैं, मंच पर खड़े होकर शिक्षक दिवस पर भाषण के जरिए अपने विचार प्रकट करना ऐसे छात्रों के दुष्कर हो जाता है। वहीं शिक्षक दिवस पर संबोधन (Shikshak diwas par sambodhan) करने को उत्सुक छात्रों यह कोशिश होती है कि वो शिक्षक दिवस पर भाषण कुछ इस तरह दे कि उसके शिक्षक उससे प्रभावित हो जाएँ। ऐसे में उनकी कोशिश यह भी रहती है कि वे किसी भी अन्य के मुक़ाबले सबसे बेहतर शिक्षक दिवस पर भाषण (best speech on teachers day in hindi) तैयार करें। मगर हिन्दी भाषा पर कमजोर पकड़ या फिर शिक्षक दिवस के बारे में अल्प जानकारी की वजह से कई छात्र सबसे बेहतर शिक्षक दिवस पर भाषण (best speech on teachers day in hindi) तो दूर, शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher's Day Speech in Hindi) ही नहीं लिख पाते हैं।
यही वजह है कि शिक्षक दिवस के नजदीक आते ही इंटरनेट पर शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher's Day Speech in Hindi), सबसे बेहतर शिक्षक दिवस पर भाषण (best speech on teachers day in hindi), टीचर्स डे स्पीच अंग्रेजी और हिन्दी में (teacher's day speech hindi and english / teachers day speech hindi and english) आदि जैसे सर्च बढ़ जाते हैं। छात्रों के इस ऊहापोह की स्थिति को देखते हुए ही Careers 360 के इस लेख में हमने शिक्षक दिवस पर भाषण (shikshak diwas par bhashan) से संबंधित कुछ सैंपल भाषण प्रदान किए हैं जी निश्चित तौर पर शिक्षक दिवस पर भाषण (teacher's day speech in hindi) संबंधी आपकी सभी दुविधाओं को दूर करेंगे। हमें उम्मीद है कि हमारी इस कोशिश के माध्यम से आप शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने शिक्षकों के सामने सबसे बेहतर शिक्षक दिवस पर भाषण (best speech on teachers day in hindi) देकर सभी का मन मोह सकते हैं।
शिक्षक दिवस पर 10 पंक्तियां भाषण (10 Lines Speech on Teachers Day in hindi)
• हम अपने शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता और सम्मान प्रकट करने के लिए शिक्षक दिवस मनाते हैं।
• भारत में शिक्षक दिवस एस राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है।
• विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। • छात्र अपने शिक्षकों का सम्मान करते हैं और उन्हें प्रशंसा के
प्रतीक के रूप में सम्मान देते हैं।
• हमारे माता-पिता भी हमारे शिक्षक हैं क्योंकि वे हमें लगातार ज्ञान प्रदान करते हैं और जीवन में हमारा मार्गदर्शन करते हैं।
• अधिकांश स्कूलों में शिक्षक दिवस पर उत्सव प्रदर्शन होते हैं।
• छात्र और शिक्षक इस दिन को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।
• शिक्षकों को उनके सराहनीय समर्पण के लिए सम्मानित करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
• भूटान में आधुनिक शिक्षा की शुरुआत करने वाले तीसरे राजा की जयंती पर 2 मई को भूटान शिक्षक दिवस मनाता है।
• शिक्षक दिवस पर स्कूल-कॉलेजों में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
शिक्षक दिवस पर 2 मिनट का भाषण (2-Minute Speech on Teachers Day in hindi)
हम हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं। यह दिन पूरे भारत में हमारे शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। यह महान विद्वान सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है। हमारे शिक्षक पूरे वर्ष काम करते हैं और ज्ञान फैलाते हैं और हमें दिशा दिखाकर और महत्वपूर्ण जीवन सबक देकर जीवन के विभिन्न चरणों में हमारा मार्गदर्शन करते हैं। वे हमें जीवन में सफल होने में मदद करते हैं। इसलिए, उनकी और उनकी कड़ी मेहनत की सराहना करने के लिए, हम शिक्षक दिवस मनाते हैं और हमें अच्छे इंसान और हमारे देश के नागरिक बनाने के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं। शिक्षक दिवस मनाने के लिए, स्कूल कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जहाँ छात्र शिक्षकों के लिए सम्मान प्रदर्शन करते हैं और छोटे-छोटे उपहार देते हैं।
छात्रों के लिए शिक्षक दिवस पर लघु भाषण (Short Speech On Teacher's Day for Students in hindi)
शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 सितम्बर को पूरे भारत में मनाया जाता है। पांच सितंबर को महान विद्वान और शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती है। अपने बाद के जीवन में वे भारतीय गणराज्य के पहले उपराष्ट्रपति और फिर भारत के राष्ट्रपति बने। पूरे देश में छात्र अपने शिक्षकों को सम्मान देने के लिए इस दिन को मनाते हैं। सच ही कहा गया है कि शिक्षक हमारे समाज की रीढ़ होते हैं। वे छात्रों के चरित्र निर्माण और उन्हें भारत के आदर्श नागरिक बनने के लिए आकार देने में महान भूमिका निभाते हैं। हालांकि, यूनेस्को ने औपचारिक रूप से 1994 में 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस के रूप में घोषित किया।
शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi) की शुरुआत अभिनंदन से करें
भाषण देने की एक खास शैली होती है। एक अच्छा वक्ता होने के साथ-साथ यह भी माने रखता है कि आपने अपने भाषण की शुरुआत किस तरह की है। सिर्फ शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher's Day Speech in Hindi) ही नहीं, किसी भी भाषण की शुरुआत हमेशा मंच पर मौजूद सम्मानित व्यक्तियों/अथितियों व अन्य गणमान्य लोगों के साथ-साथ श्रोताओं का अभिनंदन करते हुए करें।
उदाहरण के लिए : मंच पर विराजमान अतिथि गण, प्रधानाध्यापक, शिक्षकगण व श्रोताओं के बीच विराजमान अभिभावक व समस्त श्रोताओं को मेरा प्रेम भरा नमस्कार।
अभिनंदन के बाद अपने शिक्षक दिवस पर भाषण (Teacher's Day Speech in Hind) की शुरुआत करें।
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शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi)
मनुष्य के जीवन में ज्ञान का बहुत अधिक महत्व है। ज्ञान के माध्यम से ही मनुष्य अपने समाज तथा अन्य चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त कर पाता है। यह ज्ञान केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित नहीं है, अपितु जीवन जीने का तरीका, संस्कार, मानव मूल्य, विचार करने की क्षमता तथा कठिनाइयों का सामना करने का साहस आदि भी इस ज्ञान के भीतर समाहित है। एक मानव तभी पूर्ण हो पाता है जब उसके भीतर ये गुण निहित हो। मनुष्य को ज्ञान प्राप्त करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है, उसके जीवन में इस माध्यम का कार्य शिक्षक करता है। इसलिए कहा जाता है कि -
गुरु ब्रह्मा है, गुरु विष्णु है, गुरु भगवान है, गुरु महेश्वर है
शिक्षक स्वयं परम ब्रह्म हैं, जिन्हें मैं प्रणाम करता हूँ
मानव की सबसे पहली शिक्षक उसकी माता होती है, जो एक बच्चे को चलना सिखाने से लेकर, बढ़े होने तक मानव मूल्यों और संस्कार की जानकारी प्रदान करती है। माता के साथ ही पिता उसे जीवन में कैसे संघर्ष करना है तथा जीवन संघर्ष के साथ अपने परिवार का ध्यान कैसे रखना है कि शिक्षा प्रदान करता हैं। यदि ये कहा जाये कि मनुष्य के माता-पिता ही उसके पहले गुरु है, तो इसमें कोई संदेह न होगा। इसके पश्चात मनुष्य स्कूल में जाता है, जहां परंपरागत शिक्षा प्राप्त करता है। विद्यालय में परंपरागत शिक्षा के साथ-साथ जीवन में आगे चलकर काम आने वाली वास्तवविक शिक्षा का भी बोध करवाया जाता है। इस शिक्षा को एक गुरु के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है। छात्र एक ढीली मिट्टी के समान होते हैं, उन्हें कुम्हार की आकार देना एक शिक्षक का ही कार्य है। इसलिए ही संत कबीर दास जी ने कहा है-
गुरू कुम्हार शिष कुंभ है, गढि-गढि काढै खोट।
अन्तर हाथ सहार दै, बाहर बाहै चोट ।।
गुरु द्वारा प्रदान की गई शिक्षा, अनुभव, ज्ञान तथा संस्कार के प्रति कृतज्ञता दर्शाने के लिए हमारे देश में हर साल शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है। हमारे देश में शिक्षक दिवस की शुरुआत 5 सितंबर 1962 को की गई थी। यह दिवस देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। एक बार डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी, के छात्रों ने उनके जन्मदिवस मनाने की जिद्द की थी, तब डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने अपने जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने के लिए कहा था। तब से ये दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। ये दिन देश के सभी शिक्षको को उनके योगदान के लिए समर्पित किया जाता है।
नोट: ऊपर दी गई पंक्तियों के साथ अपने शिक्षक दिवस पर भाषण
(techarch day speech in hindi) की शुरुआत करने के बाद आप इस लेख में दिए गए शिक्षक दिवस पर भाषण (teacher's day speech in hindi) के दो रूप यानी शिक्षक दिवस पर लघु भाषण (short speech on teacher's day in hindi) व शिक्षक दिवस पर दीर्घ भाषण (long speech on teacher's day) में से किसी भी एक का अपनी सुविधा व श्रोताओं की रुचि अनुसार चयन कर सकते हैं।
शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi): शिक्षक दिवस पर लघु भाषण
हम सभी के लिए शिक्षक दिवस एक बहुत ही यादगार अवसर है। यह उन शिक्षकों को याद करने और उन्हें धन्यवाद देने का दिन है जिन्होंने हमारे जीवन को ढालने में मदद की है। शिक्षक उचित मार्गदर्शक और सलाहकार होते हैं जो हमें एक इंसान के रूप में विकसित होने में मदद करते हैं। वे हमें कठिन प्रयास और समर्पण के साथ-साथ जीवन के नैतिक सिद्धांतों का मूल्य भी सिखाते हैं। अपने शिक्षकों के प्रति अपनी प्रशंसा और सम्मान व्यक्त करने के लिए, हम दुनिया भर में शिक्षक दिवस मनाते हैं। इस दिन बच्चे अपने शिक्षकों के प्रति प्रशंसा और स्नेह दर्शाते हैं।
भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। वह एक दार्शनिक, शिक्षाविद और राजनेता थे जिन्हें भारत के अब तक के सबसे महान शिक्षकों में से एक माना जाता है।
डॉ. राधाकृष्णन शिक्षा के प्रबल समर्थक थे और उनका मानना था कि शिक्षक किसी राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनका मानना था कि शिक्षकों को सम्मानित करने का सबसे अच्छा तरीका समाज में उनके योगदान का जश्न मनाना है। शिक्षा में उनके योगदान को पहचानने और उनके सम्मान में, भारत सरकार ने 5 सितंबर को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में घोषित किया।
शिक्षक दिवस पर भाषण (Teachers Day Speech in Hindi): शिक्षकों का महत्व
ज्ञान प्रदान करने के अलावा, शिक्षक हमें नैतिक मूल्यों, अनुशासन और शिष्टाचार विकसित करने में भी मदद करते हैं। वे हमें नैतिक जीवन जीना और जिम्मेदार नागरिक बनना सिखाते हैं। शिक्षकों का महत्व मेरे जैसा तुच्छ प्राणी अपने शब्दों में संजो पाए, ये असंभव जैसा कार्य है। सीधे शब्दों में कहें तो शिक्षकों का हमारे जीवन में इतना योगदान है कि उसे एक मंच से और सीमित शब्दों में बयां कर पाना नामुमकिन है। इस भाषण को लिखने में इस्तेमाल किया गया पहला अक्षर, मेरे मुंह से फूटे पहले शब्द से लेकर इस भाषण में कहा जा रहा प्रत्येक वाक्य सिर्फ इसलिए सार्थक हैं क्योंकि मेरे शिक्षकों ने मुझे इस लायक बनाया। आप और मैं, हमसब अपने शिक्षकों के ऋणी हैं और हमेशा रहेंगे। हमें उनके द्वारा प्राप्त ज्ञान, गुण व आचरण अनमोल हैं, जिसके लिए हम उनका एहसान कभी नहीं चुका पाएंगे इसलिए ही तो कहा गया है,
शिक्षक जलते दीप सा, शिक्षा उसका नूर।
अंधकार अज्ञान का, करते ज्ञान से दूर।।
इसी के साथ मैं अपने तमाम शिक्षकों का अभिनंदन करते हुए, अपनी वाणी को विराम देता हूँ। धन्यवाद। 😃